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जय हो माता निर्मला देवी !


अब कौन समझाये की देश से बढ़कर कुछ भी नही। अपने आप को भगवान् कहने वाले लोग क्यों भूल जाते है की वे भी भारत में पैदा हुए है। पैरो पर तिरंगा !उफ़ ,यह अपमान ।

टिप्पणियाँ

  1. in logon ko desh ki baatein kahan samjh mein aati hain.Ye log to jahan bhi baat karte hain to keval apne panth ki nahi to bhagvan ki jisko kisi ne kabhi dekha hi nahi.
    jo dikh raha hai ...jo sthai hai us se inhein kya lena dena .Ye log to khud ko bahut hi uncha samajhate hain.
    Navnit Nirav

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  2. तीक्ष्ण दृष्टि,
    उन्हे क्षमा कर दो क्योंकि वे नहीं जानते कि वो क्या कर रहें है। जिस दिन जान जायेंगे अपने किये पर शर्मिन्दा होंगे।
    लेकिन अपनी दृष्टी इसी प्रकार चुस्त रखिये।

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  3. Shikha ji,
    hindi chittha jagat men apka svagat hai.jyada se jyada likhiye...shubhkamnayen.
    HemantKumar

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  4. निर्मला देवी के बारे में आपने पूरा विवरण नहीं दिया है। यह ऐसी कौन सी शख्सियत हैं जिनके पैरों के पास हमारा तिरंगा रखा है। यह सरासर ीमारे तिरंगे का अपमान है।

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  5. हिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका सादर स्वागत है....

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  6. हिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका सादर स्वागत है....

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  7. हिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका सादर स्वागत है....

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  8. बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

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  9. शिखा,
    इन्हें आइना दिखाने के लिये बहुत
    धन्यवाद.काश ये लोग स्वयं कुछ समझ पाते.
    आप अपना ये काम जारी रखिए,कुछ तो कभी
    समझेंगे.ब्लाग के लिए बहुत शुभकामनाएं.......

    जवाब देंहटाएं
  10. inko kuch mat kahi

    बहुत बढिया लिखा है आपने , इसी तरह उर्जा के साथ लिखते रहे ।

    बहुत धन्यवाद
    मयूर
    अपनी अपनी डगर

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  11. ब्लॉग का नाम अच्छा है,पर कुछ अच्छा लिखो भी,कंपुरिये कुछ करते हैं तो अच्छा लगता है.लगे रहो.

    संजय श्रीवास्तव ,सम्पादक ,आउट्पुट ,आई टी एन न्यूज मुम्बई.

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