हमारे देश के महान नेता वोट मांगते समय तो खूब देश भक्ति के नारे लगाते है ,देश को अपना सबकुछ बताते है , पर जब चुनाव जीतने के बाद इन्हे केवल अपना फायदा और आराम दिखाई देता है । इस तस्वीर में हमारे देश के दो नेता जिन्हें हमने देश चलने के लिए चुना है,देश का अपमान कर रहे है । RASTRGAN गाया जा रहा है पर ये आराम से कुछ पढने में लगे है । आप ही सोचिये की जब नेता RASTRGAN का अपमान करेंगे तो देश का सम्मान क्या खाक करेगे ।
तो आधी जिंदगी गुजर चुकी है, बाकी भी गुजर ही रही है,लगातार चलती ही जा रही है, पर अभी भी मन बचपन सा ही है, जो जिंदगी पीछे रह गई उसके खट्टे-मीठे पल, छोटी-छाेटी खुशियों की ही याद रह गई है। जो किसी समय लगता था कि बड़ी परेशानियां हैं, उन्हें याद करके बस अब हंसी ही आती है, कितनी बेवकूफ़ और पागल थी मैं कि थोड़ा सा कुछ हुआ और बिफर पड़ी, किसी की बात सुनती भी नहीं थी और खुद ही पहले बोलने लगती थी। किसी ने कुछ कहा नहीं कि मैने उसकी बात से भी बड़े-बड़े अंदाजे लगा लिए और लग गई अपना ही हवा महल बनाने। भले ही कोई कुछ और कहना चाहता हो पर समझना कुछ और, यही तो किशोरावस्था से युवावस्था के बीच की उम्र का असर होता है। बड़े-बड़े सपने, और हवा-हवाई बातें, अगर नही की तो बीस से पच्चीस के बीच की उम्र जी ही नहीं। इन्ही बातों से तो जिंदगी बनती है। आज वही बातें फिर से याद आ रही हैं और बड़े दिनों बाद समय निकालकर ब्लॉग पर आ गई, कभी किसी दोस्त ने कहा थी कि लिखना नहीं छोड़ना, मैं उसकी बात भूल ही गई थी, जिंदगी की आपा-धापी और बदलावों के थपेड़ों के साथ संतुलन बनाना आपको कहां से कहां लाकर खड़ा कर देता है। कोई बात नहीं बहुत द
good itni achi aur innovative reporting k liye tumhe award milna chahiye
जवाब देंहटाएंread my blog www.gidhh.blogspot.com
जवाब देंहटाएंsahi kaha hai aapne, mai aapse sahmat hoon. Netaon ko rashtrawad sikhane ki jaroorat hai.
जवाब देंहटाएंshabash jo kah rahi ho bilkul theek hai.
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